Paush Amavasya 2024 : अमावस्या (Amavasya) तिथि सनातन धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन स्नान-ध्यान, पूजा, जप-तप और दान-पुण्य होते हैं। पितरों का पिंडदान और तर्पण भी किया जाता है। धार्मिक मत है कि अमावस्या तिथि पर पितृ तर्पण करने से साधक को पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।Paush Amavasya 2024
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साथ ही पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साधक के सुख-सौभाग्य, आय और वंश उनकी कृपा से बढ़ते हैं। ज्योतिषियों का कहना है कि अमावस्या तिथि पर देवों के देव महादेव को अभिषेक करने का एक दुर्लभ अवसर होगा। साथ ही भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में आने वाले सभी दुख और कष्ट दूर होंगे। यह पितृ दोष से भी छुटकारा पाएगा। आइए, शुभ मुहूर्त, योग एवं महादेव के अभिषेक का समय जानते हैं-Paush Amavasya 2024
शुभ मुहूर्त
10 जनवरी को शाम 8 बजकर 10 मिनट पर पौष अमावस्या शुरू होगी और 11 जनवरी को संध्याकाल 5 बजे 26 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में सूर्योदय से तिथि की गणना होती है। अतः 11 जनवरी को पौष अमावस्या मनाई जाएगी।
अभिषेक का समय
पौष अमावस्या पर देवों के देव महादेव जगत जननी मां पार्वती के साथ संध्याकाल 05 बजकर 26 मिनट तक रहेंगे। शास्त्रों में निहित है कि भगवान शिव के कैलाश पर रहने के समय, नंदी पर सवार रहने और मां पार्वती के साथ रहने के समय अभिषेक करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। शाम 5 बजकर 26 मिनट तक अमावस्या है। इसलिए साधक शाम पांच बजे से छह बजे तक अभिषेक कर सकते हैं। इसके लिए अमावस्या पर गंगाजल से स्नान करें। इसके बाद भगवान शिव को श्वेत कपड़े पहनकर गंगाजल, दूध, सामान्य जल और पंचामृत से अभिषेक करें।
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