KANPUR CRIME NEWS : कानपुर (KANPUR) के बिल्हौर (Bilhaur) में दिल दहला देने वाली वारदात हुई है। सौतेली मां ने 9 साल की बच्ची को बेरहमी से इस कदर पीटा की उसकी मौत हो गई। मौके पर जांच करने पहुंची पुलिस और गांव वालों का भी हैवानियत देखकर कलेजा कांप उठा। KANPUR CRIME NEWS
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डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि सौतेली मां ने पीट-पीटकर बच्ची की हत्या की है। इस दौरान मृतक बच्ची का पिता अनीस भी घर पर था। उसकी मौजूदगी में पिटाई से लेकर जघन्य वारदात हुई, लेकिन वह कुछ नहीं बोला। जबकि फरजाना का ही साथ देता रहा। इसके चलते दंपति के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करके रविवार को जेल भेजा जाएगा। बच्ची के ननिहाल वालों से संपर्क करके उन्हें रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए बुलाया गया है। अगर कोई नहीं मिला तो पुलिस वादी बनकर मुकदमा दर्ज कराएगी। KANPUR CRIME NEWS
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गंभीर चोट के निशान…
मासूम बच्ची के सिर से लेकर पांव तक सिर्फ पिटाई और गंभीर चोट के निशान थे। कपड़ों से खून टपक रहा था। बच्ची की हालत देखकर आसपास के लोग इस कदर गुस्से में आ गए कि पति-पत्नी को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर जांच कर रही है।
पहले चीखें…फिर सन्नाटा
अरौल के गजना गांव में रहने वाला अनीस उर्फ लालू एक डिग्री कॉलेज में ड्राइवर की नौकरी करता है। उसकी पहली पत्नी मीरा की पांच साल पहले मौत हो चुकी थी। मीरा से चार बच्चे आर्यन, रेहाना (9), फरजाना व गुलफ्शा हैं। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने बिहार की फरजाना खातून से शादी की। उससे भी एक बच्ची है।
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भीख मंगवाती और पूरे घर का काम कराती थी
जघन्य हत्याकांड का खुलासा गांव वालों ने ही किया। ग्राम प्रधान अक्षय ने बताया कि सिर्फ मां फरजाना ही नहीं पिता अनीस भी इस जघन्य हत्याकांड में बराबर का जिम्मेदार है। सौतेली मां फरजाना खातून 9 साल की बच्ची से पूरे घर का काम कराती थी। बच्ची से पूरे गांव में भीख मंगवाती और खाने को भी भर पेट नहीं देती थी। इसके बाद उसे आए दिन बेरहमी से पीटती थी। शनिवार रात को भी कुछ ऐसा हुआ कि फरजाना ने पति अनीस की मौजूदगी में बेटी रेहाना को डंडों से और पटक-पटक कर इस कदर पीटा कि पूरे गांव में चीखें सुनाई दी।
मौरंग के ढेर में दबाया
बच्ची की तेज चीखों के बाद अचानक से सन्नाटा हो गया। आसपास के लोगों को कुछ शक हुआ। उन्होंने गांव प्रधान अक्षय को सूचना दी। इसके बाद गांव प्रधान के साथ आसपास के लोग अनीस के घर पहुंचे और बेटी के बारे में पूछा तो पति-पत्नी आना-कानी करने लगे। शक होने पर प्रधान अक्षय आसपास के लोगों के साथ घर के भीतर घुस गए। कमरों में देखा तो बच्ची दिखी नहीं। इसके बाद छत पर गए तो वहां रखे मौरंग के ढेर और लकड़ियों के गट्ठर से कराहने की आवाज सुनाई दी। गांव वालों ने जाकर देखा तो बच्ची लकड़ियों के ढेर के बीच मरणासन्न हालत में पड़ी हुई थी।
बच्ची की दुर्दशा देखकर लोग घबरा गए। अरौल थाने की पुलिस और एंबुलेंस को तुरंत सूचना दी। ACP बिल्हौर मौके पर पहुंची। एंबुलेंस की मदद से बच्ची को कानपुर हैलट भेजा गया। वहां तक पहुंचते-पहुंचते बच्ची मर गई। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
जख्म इतने कि गिनना मुश्किल
एसीपी बिल्हौर अजय कुमार त्रिवेणी ने बताया कि बच्ची के सिर से लेकर पांव तक चोट ही चोट के निशान मिले हैं। सिर पर किसी भारी वस्तु से कई जगह मारा गया है। जख्म के निशान पूरे शरीर पर हैं। बच्ची का पूरा कपड़ा खून से सने हुए था। शव को जांच के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एसीपी ने बताया कि बच्ची को बुरी तरह से यातना दी गई है।
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