RAHUL PANDEY
कुछ दिनों पहले शहर प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी (Nand Gopal Gupta Nandi) आए थे और सीएमओ आलोक रंजन की कार्यशैली पर खासी नाराजगी जाहिर की थी। लेकिन सरकारी अस्पताल के डाॅक्टर चिकने घडों की तरह हो गए हैं। अब एक मामला आया है जिसमें मोतियाबिंद आपरेशन कराए मरीज को अब बिलकुल दिखना बंद हो गया है। पीडित ने बताया कि उसने उर्सला में आंखों का आपरेशन कराया था। शिकायत पर सीएओ ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं इसके बाबत डीएम विशाख जी ने अस्पताल प्रबंधन से जानकारी मांगी है।
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5000 रुपए भी ले लिए (KANPUR NEWS)
चकेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सनिगवां केडीए कॉलोनी के रहने वाले राजेंद्र शर्मा ने सरकारी अस्पताल उर्सला में आंखों का ऑपरेशन कराया था। राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि आंखों की जांच के बाद उर्सला के डॉ. अनिल कुमार और डॉक्टर केएन कटिहार ने कहा कि आंखों में मोतियाबिंद है। इसका ऑपरेशन किया जाएगा। जांच के बाद जब 2 मार्च को ऑपरेशन हुआ। इसके बाद 10 मार्च मरीज राजेंद्र ने डॉक्टरों को जाकर बताया कि उनकी आंखों से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। डॉक्टरों ने उन्हें टरका दिया। राजेंद्र ने यह भी आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने सरकारी अस्पताल में इलाज के नाम पर उससे 5000 रुपए भी ले लिए है। जिसके बाद 25 मार्च को मरीज ने प्राइवेट डॉक्टर से आंखों की जांच कराई। तो पता चला की आंखों के पर्दे खराब हो गए हैं। प्राइवेट डॉक्टर ने भी बताया कि अब आंखों की रोशनी वापस आना संभव नहीं है।
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इस पूरे मामले पर मरीज राजेंद्र प्रसाद बुधवार को काशीराम अस्पताल में बने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ऑफिस पहुंचकर सीएमओ आलोक रंजन से पूरे मामले को बताया। इसका एक प्रार्थना पत्र भी सौंपा। सीएमओ ने इस पूरे मामले में जांच करवाने की बात कही है। कहा कि दोषी पाए जाने पर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।