उत्पन्ना एकादशी (Ekadashi 2022) का व्रत इस साल काफी खास होने वाला है। क्योंकि इस दिन एक नहीं बल्कि चार शुभ योग बन रहे हैं। पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जा रहा है।
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Ekadashi 2022: उत्पन्ना एकादशी पर बन रहे हैं दुर्लभ संयोग, जानिए…
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मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए जरूर करें तुलसी से जुड़े ये उपाय
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYTulsi ke Upay: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को अत्यंत सौभाग्यशाली माना जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि तुलसी में माता लक्ष्मी वास करती हैं, इसलिए इनकी पूजा करने से भक्तों पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा सदैव बनी रहती है।
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Calendar 2023: जनवरी से दिसंबर माह तक पड़ रहे हैं कौन-कौन से व्रत त्योहार, लिस्ट
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYसाल 2023 में कई बड़े व्रत त्योहार पड़ने वाले हैं। जानिए साल 2023 में जनवरी से लेकर दिसंबर तक में कब कौन सा व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं।
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Tulsi Water: तुलसी के पानी से जाग सकता है सोया हुआ भाग्य, करें ये उपाय
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYएक तांबे या पीतल के लोटे में जल में तुलसी की कुछ पत्तियां डाल दें। ऐसा करने से जल पवित्र और शुद्ध बन जाता है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है।
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एकादशी (Ekadashi) को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को उत्पन्ना एकादशी (Utpanna Ekadashi) कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था, इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी कहा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन माता एकादशी ने मुर नामक राक्षस का अंत किया था।
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Chandra Grahan 2022: कब पड़ेगा साल का आखिरी चंद्रग्रहण, जानिए राशिफल पर क्या होगा असर
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYसाल का आखिरी चंद्रग्रहण एक दिन बाद मंगलवार (8 नवंबर 2022) को कार्तिक पूर्णिमा पर पड़ने जा रहा है। 15 दिन के भीतर यह दूसरा ग्रहण है। हर ग्रहण की तरह इस ग्रहण का भी सभी 12 राशियों में पर असर देखने को मिलेगा।
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भगवान विष्णु आषाढ़ शुक्ल एकादशी को चार माह के लिए सो जाते हैं और कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते हैं। श्रीहरि विष्णु इसी दिन राजा बलि के राज्य से चातुर्मास का विश्राम पूरा करके बैकुंठ धाम को लौटे थे। इस एकादशी को कई नामों से जाना जाता है। जैसे देवोत्थान एकादशी, देवउठनी ग्यारस, प्रबोधिनी एकादशी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-आराधना से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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कार्तिक मास का हिंदू धर्म में खास महत्व है। इस महीने कई व्रत एवं त्योहार आते हैं। जिसमें दिवाली के बाद आने वाली आंवला नवमी व्रत (Amla Navami Vrat) का विशेष महत्व है। आंवला नवमी (Amla Navami) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाई जाती है। इस खास दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। स्वस्थ रहने की कामना के साथ आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है।
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Chhath Puja 2022: छठ में क्यों लगाती हैं महिलाएं लंबा सिंदूर, जानें…
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYछठ पर्व (Chhath Puja) इस साल 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है. छठ पर्व हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाता है. इस पूजा में व्रती 36 घंटे तक बगैर कुछ खाए-पिए व्रत रखती हैं. छठ (Chhath Puja) में विशेष तौर पर सूर्य और छठी माता की पूजा की जाती है. मान्यता है कि छठी माता की पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है.
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CHHATH PUJA 2022: छठ पर्व में सूर्य की बहन के साथ पूजी जाती हैं दोनों पत्नियां
by ARTI PANDEYby ARTI PANDEYछठ (CHHATH) लोकपर्व को सनातन संस्कृति में विशेष स्थान प्राप्त है। सूर्य षष्ठी सिर्फ भगवान भास्कर की ही आराधना का पर्व नहीं है। चार दिवसीय पर्व में भगवान भास्कर की बहन देवसेना, जिन्हें छठी मईया के नाम से जाना जाता है, के साथ उनकी दोनों पत्नियों की भी आराधना की जाती है।