दिमाग होगा एक्टिव , बच्चों को कराएं ये मजेदार #Exercises
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मेडिटेशन और एक्सरसाइज बड़ों ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए भी फायदेमंद है। इससे बच्चों का दिमाग भी तेज रहता है और वह पूरे दिन एक्टिव भी रहते हैं लेकिन बच्चे बड़ों की तरह मुश्किल एक्सरसाइज नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी तकनीक के बारे में बताएंगे, जिससे बच्चों की एक्सरसाइज भी हो जाएगी और वह रिलैक्स भी हो जाएंगे। इन मजेदार रिलैक्सेशन तकनीक को बच्चे आराम से कर भी लेंगे।
सांस लेने की तकनीक
सुबह बच्चों को आप ब्रेथिंग एक्सरसाइज करवा सकते हैं। बच्चे को आराम से बिठाकर रिलैक्स होने के लिए कहें। इसके बाद उसे एक हाथ छाती और दूसरा पेट पर रखने के लिए कहें। इसके बाद उन्हें सांस लेने और छोड़ने के लिए कहें। इससे बच्चों का दिमाग भी शांत रहेगा और वो सारा दिन एक्टिव भी रहेंगे।
मांसपेशी रिलैक्सेशन
सबसे पहले बच्चे को एक समतल जगह पर बैठने के लिए कहें। इसके बाद उसे चेहरा सीधा करके आंख बंद करने के लिए करें। अब उसे अपनी मांसपेशियों को ढीला छोड़ने के लिए कहें। इससे बच्चें की मांसपेशियों का आराम मिलेगा।
प्री-एक्जाम एक्सरसाइज
पेपर से पहले बच्चों को रिलैक्स करने के लिए आप उन्हें सिपंल एक्सरसाइज के बारे में भी बता सकते हैं। अपने बच्चे को एक्जाम हॉल में रिलैक्स करने के लिए कहें। उन्हें गहरी सांस लेने और ध्यान केंद्रित करने के लिए कहें। इसके बाद उन्हें गर्दन, पीठ, कंधे, और जबड़े में मांसपेशियों को आराम देने के लिए कहें।
कल्पना करना
अपने बच्चे को रिलैक्स करने के लिए यह सबसे बेस्ट तकनीक है। रात को बच्चे के सोने से पहले आप उन्हें आंखे बंद करवाकर किसी चीज की कल्पना करने को कहें। उनसे कहें कि वह ऐसा सोचें जैसे कि वह बादलों में उड़ रहे हों। इससे वह रिलैक्स भी हो जाएंगे और उनकी एक्सरसाइज भी हो जाएगी।
बबल्स छोड़ना
कुछ बच्चे एक्सरसाइज करने में आनाकानी करने लगते है। ऐसे बच्चों के लिए यह सबसे बेहतर और मजेदार एक्सरसाइज है। बच्चों को ब्रेथिंग एक्सरसाइज करवाते समय एक बुलबुला फुलाने के लिए कहें। इससे वह एक्सरसाइज को आराम से और खुश होकर कर लेंगे।